Generation of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढियां



First Generation computer in Hindi (पहली पीढ़ी के कंप्यूटर)- 

First Genration Computer की शुरुरात 1937 se 1953 में हुई थी | इन computro का वजन लगभग 30 तन था जिसका आकर एक कमरे के बराबर था in computro में 18000  vaccum tube  का प्रयोग किया गया था |सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर ENIAC का अविष्कार किया गया था जिसे अमेरिका की पेसिलवेनिया जॉन  मचली ने की थी |

Second Generation Computer in Hindi (दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर)

सेकंड जनरेशन कंप्यूटर की सुरुआत 1956 SE 1965 में की गयी थी | in कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था इस जनरेशन के कंप्यूटर में असेंबली व मशीन लैंग्वेज को और अधिक आसन बनने के लिए इसका उपयोग किया था |फर्स्ट जनरेशन के कंप्यूटर के मुताबिक इनका तापमान बहुत कम होता था |
और बिजली भी बहुत कम लेते थे |

Third Generation Computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर)

थर्ड  जनरेशन कंप्यूटर की सुरुआत 1965 SE 1975 में की गयी थी | THIRD GENERATION  कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर की जगह IC (INTIGREATED CIRCUIT) का use किया गया था | इस पीड़ी में JACK KILBY ने फर्स्ट टाइम ट्रांजिस्टर की जगह IC का use किया था |
 जिससे की कंप्यूटर का साइज़ छोटा किया जा सके |
IC चिप सिलिकॉन धातु की बनी होती है |

Fourth Generation Computer in Hindi (चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर)

FOURTH  जनरेशन कंप्यूटर की सुरुआत1975 SE 1989 में की गयी थी| 
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी में IC की जगह माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है। माइक्रोप्रोसेसर में बहुत सारे LSI Circuit *(LARGE SCALE INTEGRATION)होते है। इस पीढ़ी के आते ही कंप्यूटर में काम करने की क्षमता और speed दोनों ही बढ़ गई। इस पीढ़ी के कंप्यूटर हाई लेवल लैंग्वेज जैसे कि – C, C++ आदि को सपोर्ट करते हैं।

Fifth Generation Computer in Hindi (पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर)

FIFTH   जनरेशन कंप्यूटर की सुरुआत 1989  से अब तक -
इस जनरेशन में VLSIC( VERY LARGE SCALE INTEGRATEDCIRCUIT ) का use किया गया था जिसके कारण हमारे कंप्यूटर में काफी ज्यादा स्पीड बढ़ गयी |और इस जनरेशन में हमारा  कंप्यूटर साइज़ में काफी छोटा हो गया जिसको हम एक जगह से दुसरे जगह आसंनी से ले जा सकते है | और इसके कंप्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी भी बहुत ज्यादा हो गयी ?