Tally Under Group टैलि अंडर ग्रुप 28
1.Bank Account-
ऐसा खाता जिसमें पैसों का लेनदेन होता है जैसे पैसा जमा करते हैं और पैसे निकालते हैं वहां पर हम बैंक अकाउंट का ग्रुप रखेंगे
जैसे बैंक सेविंग अकाउंट बैंक करंट अकाउंट
2. Bank OD Account
इस ग्रुप में हम बैंक ओडी अकाउंट को रखते हैं जिसका मतलब होता है बैंक ओवरड्राफ्ट या इसी को हम बैंक ओसीसी कहते हैं जिसका मतलब होता है बैंक ओपन कैश क्रेडिट अकाउंट या तो इसी को आप सीसी एकाउंट भी बोलते हैं तो बैंक इसमें कुछ लिमिट दे देता है। उसके बाद हमको उसे लिमिट के अंदर में उसे करना रहता है इस तरह क्रेडिट कार्ड को भी इसी ग्रुप में अकाउंट या तो फिर सीसी एकाउंट भी बोलते हैं ।
3. Cash In Hand Group -
इस ग्रुप में सिर्फ एक ही लेजर बनता है गैस का जो कि दिल्ली में पहले से बना रहता है
एग्जांपल - कैश अकाउंट
4. Deposit असेट्स
वह संपत्ति जो कहीं जमा है और हमें वह कुछ समय बाद मिलना है वहां पर हम डिपॉजिट Assets का use किया जाता है
जैसे-
1.सिक्योरिटी डिपॉजिट के लिए पैसा जमा करवाना 2.सिक्योरिटी डिपॉजिट फॉर रेंट जैसे रेंट लेना तो आपको कुछ सिक्योरिटी मनी जमा करवाना रहता है
5.Duties and Taxes -
इस ग्रुप में हम सभी प्रकार के टैक्स की एंट्री करते हैं उसका लेजर इसी के अंदर में बनते हैं
जैसे - जीएसटी
6.Fixed Assests
फिक्स्ड एसेट्स का मतलब होता है स्थाई संपत्ति ऐसा संपत्ति जो हम अपने काम के लिए खरीदते हैं या अपने काम आता है वह बेचने के लिए नहीं होता उसे फिक्स्ड assest में रखेगे
जैसे मशीनरी आइटम
किसी ऑफिस के लिए कुर्सी कंप्यूटर फर्निटर
7. Investment
इन्वेस्टमेंट का मतलब होता है निवेश इस ग्रुप में अपने प्रॉफिट के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं उसका लेजर बनते हैं तो
जैसे- म्युचुअल फंड
शेयर्स
एफडी फिक्स्ड डिपॉजिट
8. Indirect Expenses
indirect Expenses जो की बहुत इंपॉर्टेंट है इसका मतलब होता है अप्रत्यक्ष खर्च वह सभी खर्च जो बिजनेस को चलाने के लिए किया जाता है या ऑफिस के सारे खर्चे इनडायरेक्ट एक्सपेंस के ग्रुप के अंदर में आता है
jaise- office ke सारे खर्चे
स्टाफ सैलरी
पावर चार्जेस
टेलीफोन बिल
कूरियर
stationary items
advertisement
9.Direct Expencess
इसका मतलब होता है प्रत्यक्ष खर्च वह सभी खर्च जो मुख्य बिजनेस से जुड़ी हुई होते हैं या वह खर्च जो बिजनेस को चलाने के लिए किया जाता है जिसके मुख्य काम रुक जाता है
10. लोन एंड एडवांस असेट्स-
इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनता है जहां हम दूसरे को लोन या एडवांस के रूप में पैसे देते हैं
jaise- एडवांस पेमेंट
लोन given to ramesh
advance income tax
advance staff salary
advance freight charges
11.Secured Loan
इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनाते हैं जहां हम दूसरे से लोन लेते हैं जहां उसे लोन के बदले में कुछ सिक्योरिटी रखना पड़ता है
जैसे bank loan
property loan
home Loan
12. Unsecured loans
इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनाते हैं जहां हम दूसरे से लोन लेते हैं जहां उसे लोन के बदले कुछ भी सिक्योरिटी नहीं देना पड़ता ।
जैसे - personal Loan
13.loan liabilities
इस इस ग्रुप में कोई भी बैंक से लिया हुआ लोन का लेजर बना सकते हैं या सिक्योर्ड लोन या अनसिक्योर्ड लोन का लेजर भी इसी ग्रुप में बना सकते हैं लेकिन हम ऐसा करते हैं तो हमें यह पता नहीं चल पाएगा कि यह सिक्यो कोइर्ड लोन है कि un सिक्योर्ड
14. सेल्स एकाउंट
सेल्स अकाउंट बहुत इंपॉर्टेंट अकाउंट है इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनाते हैं जहां हम सेल्स से रिलेटेड काम करते हैं तो उसको जितने भी सेल्स से रिलेटेड काम होता है सेल्स अकाउंट के अंदर में बनते हैं
जैसे सेल्स एकाउंट
सीमेंट सेल्स एकाउंट
15. purchase account
यह भी बहुत इंपॉर्टेंट ग्रुप होता है इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनाते हैं जहां हम परचेज से रिलेटेड काम करते हैं सेल से का उल्टा यही है परचेज अकाउंट
जैसे परचेज अकाउंट
सीमेंट परचेज अकाउंट
16. Sundary Debtor
Sundary Debtor का मतलब होता है देनदार इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनते हैं जहां किसी ने हमसे उधर में माल खरीद हो और उसके बदले हमें पैसा देना होता है ।
जैसे किसी ने हमसे उधर में माल खरीदा हो
या किसी ने हमसे उधर में पैसे लिए हो
17.Sundary क्रेडिटर
sundry creditor का मतलब होता है लेनदार इस ग्रुप में ऐसा लेजर बनते हैं जहां किसी ने हमसे उधर में माल खरीदा हो और उसके बदले में पैसा देना हो|
18.Indirect Income
इसका मतलब होता है प्रत्यक्ष आय इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनते है जहा बिज़नस के अलावा किसी दूसरी सोर्स से इंकम हो रही हो |
जैसे - Interest Recieived
Commition Recieved
Rend
dscount
19- direct Income-
इसका मतलब होता है अप्रत्यक्ष आय इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनते है जहा हमे मैं बिज़नस से income होती है |
जैसे - एलेकरिकल रेपइरिंग
मोबाइल रेपइरिंग
मोबाइल रीचार्ज
20-Capital Account
इसका मतलब होता है पूजी इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनाते है जो अपना बिज़नस स्टार्ट करने के लिए खुद का पैसा लगता है |
21-Provisions
इसमे ऐसे लजार बनते है जहा बिज़नस मे होने वाले लॉस का पहले से अनुमान लगाना या डूबने वाले पैसे के बारे मे पहले से अनुमान लगाना होता है |
22-Reserves & Surplus
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनाते है जहा बिज़नस को और आगे बड़ाने के लिए कमाई हुई संपत्ति को किसी बिज़नस मे लगा करके उसको आगे बदने के लिए |
23- Branch And Division-
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनते हिय जहा आपके बिज़नस मे अलग अलग ब्रांच हो तो वह इस लेजर का प्रयोग करते है
जैसे - मेन ब्रांच बंदा
सब ब्रांच अटर्रा
सब ब्रांच कर्वी
सब ब्रांच बदौसा
24-Mics Expenses Assest
ऐसे खर्च जो हो गए हो और उन्हे खर्च किए हुये पैसे हमे बाद मे देना पड़े उन्हे हम इस लेजर के अंदर रखते है |
25. Current Assest-
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनाए जाते है जहा संपत्ति कभी बदती है या कभी घटती है |
जैसे - बैंक
कैश
26-Current Liability-
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनाए जाते है जहा हम किसी से कुछ लेते है और वह हुमे पैसे देने पड़ते है उन्हे हम करेंट liavility ग्रुप के अंदर रखेगे |
27-Suspence Account-
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनये जाते है जहा हुमे पता नही होता की पैसे कहा से आए है तब हम उसे Suspence Account डाल देते है |
28-Stock In Hand-
इस ग्रुप मे ऐसे लेजर बनाए जाते है जहा हमारे गोडाउन मे जितना भी स्टॉक रखा हुआ है उसके लिए स्टॉक इन hand का लेजर बनाते है |