ट्रेडिंग कैसे सीखें -

HOW TO LEARN TRADING  -

 

ट्रेडिंग कैसे सीखें - Trading Kaise Sikhe

वित्तीय सलाहकार:

 

यदि आप ट्रेडिंग में शुरुआत कर रहे हैं, तो वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना एक अच्छा विचार हो सकता है। वे आपको अपनी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के लिए सही निवेश रणनीति विकसित करने में मदद कर सकते हैं।

 

ट्रेडिंग सीखते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

 

अपना शोध करें: ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले, विभिन्न प्रकार के निवेशों और बाजारों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है।

 

जोखिम प्रबंधन: ट्रेडिंग में हमेशा जोखिम शामिल होता है। अपने नुकसान को सीमित करने के लिए एक जोखिम प्रबंधन योजना विकसित करना महत्वपूर्ण है।

 

धैर्य रखें: ट्रेडिंग में सफल होने में समय लगता है। धैर्य रखें और अपनी रणनीति पर टिके रहें।

 

भावनाओं को नियंत्रित करें: ट्रेडिंग करते समय अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। लालच और डर से बचें, क्योंकि वे आपको खराब निर्णय लेने के लिए प्रेरित कर

 

सकते हैं।

 

ट्रेडिंग एक जटिल कौशल है जिसे सीखने में समय और प्रयास लगता है। यदि आप ट्रेडिंग में शुरुआत कर रहे हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करना और अपना शोध करना महत्वपूर्ण है।


 

 

पेपर ट्रेडिंग की प्रेक्टिस करें (practice paper trading)

 

पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा तरीका है जिससे आप वास्तविक पैसे का उपयोग किए बिना स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते हैं। यह शुरुआती लोगों के लिए अपनी रणनीतियों का परीक्षण करने और बाजार के बारे में जानने का एक शानदार तरीका है।

 

पेपर ट्रेडिंग कैसे करें:

 

एक पेपर ट्रेडिंग खाता खोलें: कई ऑनलाइन ब्रोकर पेपर ट्रेडिंग खाते मुफ्त में प्रदान करते हैं। कुछ लोकप्रिय विकल्पों में शामिल हैं:

 

Upstox: https://upstox.com/

 

Zerodha: https://zerodha.com/

 

        Angel One: https://www.angelone.in/

 

अपनी रणनीति चुनें: आप किस प्रकार के ट्रेड करना चाहते हैं (जैसे कि स्विंग ट्रेडिंग, डे ट्रेडिंग, आदि) और आप किस समय सीमा का उपयोग करना चाहते हैं (जैसे कि दैनिक, साप्ताहिक, आदि) का निर्णय लें।

 

अपने ट्रेडों को ट्रैक करें: एक स्प्रेडशीट या जर्नल में अपने ट्रेडों का रिकॉर्ड रखें। इसमें आपकी प्रवेश और निकास की कीमतें, मात्रा, और परिणाम शामिल होने चाहिए।

 

अपनी प्रगति का विश्लेषण करें: समय के साथ अपनी प्रगति का विश्लेषण करें और देखें कि आप क्या सही कर रहे हैं और क्या गलत। इससे आपको अपनी रणनीति में सुधार करने में मदद मिलेगी।

 

पेपर ट्रेडिंग के लाभ:

 

यह मुफ़्त है: पेपर ट्रेडिंग के लिए आपको कोई पैसा खर्च करने की आवश्यकता नहीं है, इसलिए यह जोखिम मुक्त है।

 

यह आपको अनुभव देता है: पेपर ट्रेडिंग आपको वास्तविक बाजार में ट्रेडिंग करने से पहले अनुभव प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

यह आपको अपनी रणनीतियों का परीक्षण करने देता है: आप पेपर ट्रेडिंग का उपयोग विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियों का परीक्षण करने और यह देखने के लिए कर सकते हैं कि कौन सी आपके लिए सबसे अच्छा काम करती है।

 

यह आपको भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करता है: पेपर ट्रेडिंग आपको वास्तविक पैसे का उपयोग किए बिना ट्रेडिंग की भावना का अनुभव करने में मदद कर सकता है, जो आपको भावनाओं को नियंत्रित करना सीखने में मदद कर सकता है।

 

पेपर ट्रेडिंग के नुकसान:

 

यह वास्तविक नहीं है: पेपर ट्रेडिंग वास्तविक बाजार का अनुकरण करता है, लेकिन यह बिल्कुल वैसा नहीं है। वास्तविक बाजार में, भावनाएं, खबरें और अन्य कारक ट्रेडिंग को प्रभावित कर सकते हैं जो पेपर ट्रेडिंग खाते में दिखाई नहीं देते हैं।

 

यह आपको लापरवाह बना सकता है: चूंकि पेपर ट्रेडिंग में कोई वास्तविक पैसा शामिल नहीं है, इसलिए आप लापरवाह हो सकते हैं और जोखिम भरे ट्रेड ले सकते हैं जो आप वास्तविक पैसे के साथ नहीं लेंगे।

 

निष्कर्ष:

पेपर ट्रेडिंग शुरुआती लोगों के लिए स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग का अभ्यास करने का एक शानदार तरीका है। यह आपको अनुभव प्राप्त करने, अपनी रणनीतियों का परीक्षण करने और भावनाओं को नियंत्रित करना सीखने में मदद कर सकता है।

 

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पेपर ट्रेडिंग वास्तविक नहीं है और यह आपको लापरवाह बना सकता है।

 

अतिरिक्त संसाधन:

 

Investopedia: https://www.investopedia.com/simulator/

 

The Motley Fool: https://www.fool.com/services/

 

अस्वीकरण:

 

यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।

 

ट्रेडिंग में हमेशा जोखिम शामिल होता है और आप पैसे खो सकते हैं।

 

ट्रेडिंग से सम्बंधित बुक (Trading book)

शुरुआती लोगों के लिए ट्रेडिंग की कुछ बेहतरीन किताबें:

 

The Intelligent Investor by Benjamin Graham: यह किताब निवेश पर एक क्लासिक है और इसे हर ट्रेडर को पढ़ना चाहिए। इसमें मूल्य निवेश के सिद्धांतों को समझाया गया है, जो दीर्घकालिक सफलता के लिए आवश्यक हैं।

 



 

One Up on Wall Streetby Peter Lynch: यह किताब एक सफल व्यक्तिगत निवेशक के अनुभवों को बताती है। इसमें सरल भाषा में व्यावहारिक निवेश सलाह शामिल है जो आज भी प्रासंगिक है।

 


 

Reminiscences of a Stock Market Speculatorby Edwin Lefèvre: यह किताब एक व्यापारी की कहानी है जो बाजार में पैसा कमाता है और खोता है। यह एक याद दिलाने वाली कहानी है कि बाजार में विनम्र होना कितना महत्वपूर्ण है।

 

 


 

 

The Little Book of Common Sense Investingby John Bogle: यह किताब इंडेक्स फंडिंग के सिद्धांतों को समझाती है, जो निवेशकों के लिए एक कम लागत वाला और प्रभावी तरीका है। बाजार को हराएं।

 


 

A Random Walk Down Wall Streetby Burton Malkiel: यह किताब यह तर्क देती है कि स्टॉक मार्केट को हराना असंभव है, और निवेशकों को बस बाजार के साथ जाना चाहिए।

 


 

अधिक उन्नत व्यापारियों के लिए ट्रेडिंग की कुछ बेहतरीन किताबें:

 

Technical Analysis of the Financial Marketsby John Murphy: यह किताब तकनीकी विश्लेषण के सिद्धांतों को समझाती है, जो चार्ट का उपयोग करके व्यापार करने की एक विधि है।

 

 


 

 

Mastering the Tradeby Michael Carr: यह किताब व्यापारियों के लिए एक व्यापक गाइड है, जिसमें व्यापार सेटअप से लेकर जोखिम प्रबंधन तक के विषय शामिल हैं।

 


 

The Complete Guide to Futures Tradingby Joe Javitts: यह किताब वायदा व्यापार के सिद्धांतों को समझाती है, जो एक प्रकार का व्युत्पन्न है जिसका उपयोग स्टॉक, कमोडिटी और मुद्राओं सहित विभिन्न परिसंपत्तियों पर व्यापार करने के लिए किया जा सकता है।

 


 

Trade Like a Shark: How to Profit from the Market's Short-Term Swingsby Peter L. Brandt: यह किताब शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग के सिद्धांतों को समझाती है, जो बाजार में छोटे-छोटे आंदोलनों से लाभ उठाने की एक रणनीति है।

 


 

 

Market Wizardsby Jack D. Schwager: यह किताब सफल व्यापारियों के साक्षात्कारों का संग्रह है। यह उन लोगों से अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का एक शानदार तरीका है जिन्होंने बाजार में पैसा कमाया है।

 


 

ये ट्रेडिंग के बारे में कई बेहतरीन किताबों में से कुछ हैं। अपनी रुचियों और अनुभव के स्तर के लिए सही किताबें चुनना महत्वपूर्ण है।

 

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कोई भी किताब आपको एक सफल व्यापारी की गारंटी नहीं दे सकती है। सफल होने के लिए, आपको अभ्यास करने, अनुशासन रखने और बाजार से सीखने की आवश्यकता होगी।

ट्रेडिंग कोर्स (Trading course)

 

 

भारत में लोकप्रिय ट्रेडिंग कोर्स:

 

यहां भारत में कुछ लोकप्रिय ट्रेडिंग कोर्स दिए गए हैं:

 

ऑनलाइन कोर्स:

 

NSE Academy:NSE India द्वारा पेश किए गए ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स, शुरुआती, मध्यवर्ती और उन्नत व्यापारियों के लिए उपयुक्त हैं। इन कोर्सों को अनुभवी पेशेवरों द्वारा पढ़ाया जाता है और विभिन्न प्रकार के विषयों को शामिल किया जाता है।

 


 

BSE Academy:BSE India द्वारा पेश किए गए ऑनलाइन

 

ट्रेडिंग कोर्स, निवेशकों को शेयर बाजार को समझने और उनके व्यापारिक कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं

 


 

Upstox Pro Academy: Upstox Pro Academy तकनीकी विश्लेषण, मौलिक विश्लेषण और विकल्प व्यापार सहित विभिन्न विषयों पर ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स प्रदान करता है। इन कोर्सों को अनुभवी व्यापारियों द्वारा पढ़ाया जाता है और इसमें लाइव प्रश्नोत्तर सत्र शामिल होते हैं।

 

Zerodha Varsity:Zerodha Varsity एक मुफ्त ऑनलाइन संसाधन है जो व्यापार और निवेश पर विभिन्न शैक्षिक सामग्री प्रदान करता है। इसमें लेख, वीडियो और क्विज़ शामिल हैं।

 


 

 

ऑफलाइन कोर्स:

 

The Institute of Chartered Accountants of India (ICAI):ICAI एक वित्तीय बाजार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है जिसमें शेयर बाजार के मूल सिद्धांतों को शामिल किया गया है।

 


 

 

The National Institute of Securities Markets (NISM):NISM, SEBI द्वारा स्थापित एक संस्थान है, जो विभिन्न वित्तीय बाजारों से संबंधित प्रमाणन पाठ्यक्रम प्रदान करता है।

 


 

The Bombay Stock Exchange (BSE):BSE, विभिन्न व्यापारिक विषयों पर प्रमाणन पाठ्यक्रम प्रदान करता है।

 


 

 

ट्रेडिंग कोर्स चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

 

अपना अनुभव स्तर: यदि आप शुरुआती हैं, तो आपको शुरुआती लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया कोर्स चुनना चाहिए। ये कोर्स आपको ट्रेडिंग की बुनियादी बातें सिखाएंगे, जैसे कि चार्ट पढ़ना, तकनीकी विश्लेषण को समझना और अपने जोखिम का प्रबंधन करना।

 

आपकी सीखने की शैली: कुछ कोर्स लाइव पढ़ाए जाते हैं, जबकि अन्य प्री-रिकॉर्ड किए जाते हैं। कुछ कोर्स टेक्स्ट-आधारित हैं, जबकि अन्य में वीडियो पाठ शामिल हैं। अपनी रुचि और सीखने की शैली के अनुसार कोर्स चुनें।

 

आपका बजट: ट्रेडिंग कोर्स कुछ सौ रुपये से लेकर हजारों रुपये तक हो सकते हैं। कोर्स खरीदने से पहले तय करें कि आप कितना खर्च कर सकते हैं।

 

ट्रेडिंग कोर्स चुनने के लिए अतिरिक्त सुझाव:

 

 

समीक्षाएँ पढ़ें: किसी कोर्स में नामांकन करने से पहले, अन्य छात्रों की समीक्षाएँ पढ़ें। इससे आपको कोर्स की गुणवत्ता और क्या यह आपके लिए उपयुक्त है, इसका अंदाजा लगाने में मदद मिलेगी।

 

सवाल पूछें: कोर्स प्रदाता से पाठ्यक्रम, प्रशिक्षकों और मूल्य निर्धारण के बारे में प्रश्न पूछने में संकोच करें।

 

रिफंड पॉलिसी प्राप्त करें: सुनिश्चित करें कि यदि आप कोर्स से संतुष्ट नहीं हैं तो कोर्स प्रदाता के पास रिफंड पॉलिसी है।

 

निष्कर्ष:

 

भारत में विभिन्न प्रकार के ट्रेडिंग कोर्स उपलब्ध हैं। अपनी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार सही कोर्स चुनना महत्वपूर्ण है। याद रखें, कोई भी कोर्स आपको सफल व्यापारी की गारंटी नहीं दे सकता है। सफल होने के लिए, आपको अभ्यास करने, अनुशासित रहने और बाजार से सीखने की आवश्यकता

 

 

ट्रेडिंग यू ट्यूब चैनल -

(Trading youtube channel)

 

यहां कुछ बेहतरीन ट्रेडिंग YouTube चैनल दिए गए हैं:

 

The Trading Channel:यह चैनल सभी स्तरों के व्यापारियों

के लिए है। इसमें ट्रेडिंग सेटअप, जोखिम प्रबंधन और मनोविज्ञान सहित विभिन्न विषयों पर वीडियो हैं।

 

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Udemy:Udemy विभिन्न प्रकार के ट्रेडिंग पाठ्यक्रम प्रदान करता है, शुरुआती से लेकर उन्नत व्यापारियों तक।

 

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Zerodha Varsity:Zerodha Varsity एक मुफ्त ऑनलाइन संसाधन है जो व्यापार और निवेश पर विभिन्न शैक्षिक सामग्री प्रदान करता है। इसमें लेख, वीडियो और क्विज़ शामिल हैं।

 

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Moneycontrol:Moneycontrol एक वित्तीय समाचार वेबसाइट है जिसमें एक YouTube चैनल भी है। इस चैनल में शेयर बाजार, अर्थव्यवस्था और व्यक्तिगत वित्त पर वीडियो हैं।

 

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The Indian Trader:यह चैनल भारतीय बाजारों पर केंद्रित है। इसमें विभिन्न व्यापारिक रणनीतियों और विश्लेषणात्मक अंतर्दृष्टि पर वीडियो हैं।

 

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ट्रेडिंग YouTube चैनल चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

 

अपना अनुभव स्तर: यदि आप शुरुआती हैं, तो आपको शुरुआती लोगों के लिए डिज़ाइन किए गए चैनलों की तलाश करनी चाहिए। ये चैनल आपको ट्रेडिंग की बुनियादी बातें सिखाएंगे।

 

आपकी रुचियां: क्या आप किसी विशेष प्रकार के ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं, जैसे कि स्विंग ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग? ऐसे चैनल चुनें जो आपकी रुचियों को पूरा करते हों।

चैनल की गुणवत्ता: क्या वीडियो अच्छी तरह से निर्मित और जानकारीपूर्ण हैं? क्या प्रस्तुतकर्ता स्पष्ट और समझने में आसान हैं?

 

चैनल की प्रतिष्ठा: क्या चैनल प्रतिष्ठित है और इसका सकारात्मक ट्रैक रिकॉर्ड है?

 

निष्कर्ष:

 

ट्रेडिंग सीखने के लिए YouTube एक बेहतरीन संसाधन हो सकता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि YouTube पर सभी जानकारी सटीक या विश्वसनीय नहीं है। केवल विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें और अपनी खुद की जांच अवश्य करें।

 

अतिरिक्त टिप्पणियाँ:

 

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग में जोखिम शामिल है और आप पैसे खो सकते हैं। ट्रेडिंग करने से पहले अपना शोध करें और केवल वही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं।

 

यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग एक कौशल है जिसे सीखने में समय और प्रयास लगता है। धैर्य रखें और अभ्यास करते रहें।

 

 

टेक्नीकल एनालिसिस का अध्ययन करना -

(Study Technical Analysis)

 

टेक्नीकल एनालिसिस का अध्ययन करना (Study Technical Analysis)

 

टेक्नीकल एनालिसिस (TA) शेयर बाजार में अतीत के मूल्य और मात्रा डेटा का अध्ययन करके भविष्य के मूल्य आंदोलनों की भविष्यवाणी करने का एक तरीका है। यह चार्ट पैटर्न, इंडिकेटर और अन्य तकनीकों का उपयोग करके किया जाता है।

TA के लाभ:

 

यह आपको बाजार की भावना को समझने में मदद कर सकता है। TA आपको यह देखने में मदद कर सकता है कि अन्य व्यापारी क्या सोच रहे हैं और वे कैसे व्यवहार कर रहे हैं।

 

यह आपको संभावित व्यापारिक अवसरों की पहचान करने में मदद कर सकता है। TA का उपयोग करके, आप उन शेयरों की पहचान कर सकते हैं जो खरीदने या बेचने के लिए तैयार हो सकते हैं।

 

यह आपको अपने जोखिम का प्रबंधन करने में मदद कर सकता है। TA का उपयोग करके, आप स्टॉप-लॉस ऑर्डर जैसे जोखिम प्रबंधन उपकरणों का उपयोग करके अपने नुकसान को सीमित कर सकते हैं।

TA की सीमाएं:

 

यह 100% सटीक नहीं है। TA भविष्य की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है, और यह हमेशा सही नहीं होता है।

 

यह व्यक्तिपरक हो सकता है। विभिन्न व्यापारी एक ही चार्ट या इंडिकेटर की अलग-अलग व्याख्या कर सकते हैं।

 

यह समय लेने वाला हो सकता है। TA में चार्ट और इंडिकेटर का विश्लेषण करना शामिल है, जो समय लेने वाला हो सकता है।

 

TA सीखना कैसे शुरू करें:

 

किताबें और लेख पढ़ें। TA के बारे में कई किताबें और लेख उपलब्ध हैं।

 

ऑनलाइन पाठ्यक्रम लें। TA के बारे में कई ऑनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।

 

यूट्यूब वीडियो देखें। TA के बारे में कई YouTube वीडियो उपलब्ध हैं।

 

एक व्यापारिक खाता खोलें और कागज पर व्यापार करें। यह आपको TA का उपयोग करके व्यापार करने का अभ्यास करने

का एक शानदार तरीका है बिना किसी वास्तविक पैसे को जोखिम में डाले।

 

यहां कुछ लोकप्रिय TA संसाधन दिए गए हैं:

 

Investopedia: https://www.investopedia.com/terms/t/technicalanalysis.asp

 

TradingView: https://www.tradingview.com/

 

Babypips: https://www.babypips.com/

 

Zerodha Varsity: https://zerodha.com/varsity/

 

अतिरिक्त टिप्पणियाँ:

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि TA एक उपकरण है, और इसका उपयोग अकेले व्यापारिक निर्णय लेने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। आपको हमेशा मौलिक विश्लेषण और अन्य कारकों पर भी विचार करना चाहिए।

 

यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि TA में जोखिम शामिल है और आप पैसे खो सकते हैं। ट्रेडिंग करने से पहले अपना शोध करें और केवल वही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं।

ट्रेडिंग के नियम -

(Law of Trading)

 

ट्रेडिंग के लिए कोई सुनहरे नियम (golden rules) तो नहीं होते, लेकिन कई महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं जिनका पालन करने से आपको सफल होने में मदद मिल सकती है। आइए कुछ महत्वपूर्ण ट्रेडिंग नियमों को देखें:

 

ट्रेडिंग योजना बनाएं और उसका पालन करें (Create and Follow a Trading Plan):

 

एक योजना बनाएं जिसमें आपकी प्रवेश और निकास रणनीति, जोखिम प्रबंधन तकनीक और ट्रेडों को ट्रैक करने की प्रणाली शामिल हो।

 

अपनी भावनाओं के आधार पर व्यापार करने से बचने के लिए अपनी योजना का पालन करें।

 

जोखिम प्रबंधन को प्राथमिकता दें (Prioritize Risk Management):

 

केवल उतना ही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं।

 

स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करके अपने नुकसान को सीमित करें।

अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं।

 

अनुशासित रहें (Be Disciplined):

 

ट्रेडिंग में भावनाओं को शामिल करें।

 

लालच और डर जैसी भावनाएं खराब ट्रेडिंग निर्णय लेने का कारण बन सकती हैं।

 

धैर्य रखें और अपने ट्रेडिंग प्लान का पालन करें।

 

लगातार सीखते रहें (Continuously Learn):

 

बाजार के बारे में जितना हो सके सीखें।

 

नई तकनीकों और रणनीतियों का अध्ययन करें।

 

बाजार का विश्लेषण करें और अपनी गलतियों से सीखें।

 

यथार्थवादी अपेक्षाएं रखें (Have Realistic Expectations):

 

ट्रेडिंग एक तेज़ी से अमीर होने वाली योजना नहीं है।

 

सफल होने में समय और मेहनत लगती है।

 

छोटे-छोटे लाभ कमाने पर ध्यान दें और बड़े लाभ की उम्मीद करें।

केवल वही ट्रेड करें जिन्हें आप समझते हैं (Only Trade What You Understand):

 

किसी उत्पाद या बाजार में निवेश करने से पहले उसके बारे में पूरी तरह से समझ लें।

 

अज्ञात क्षेत्रों में व्यापार करने से बचें।

 

अपने आप को धोखा दें (Don't Fool Yourself):

 

अपने नुकसानों को स्वीकार करें और उनसे सीखें।

 

हर ट्रेड जीतना असंभव है।

 

गलत होने पर अपने आप को माफ़ करें और आगे बढ़ें।

 

दीर्घकालिक सोच रखें (Think Long-Term):

 

ट्रेडिंग में जल्दी अमीर बनने की कोशिश करें।

 

दीर्घकालिक निवेश पर ध्यान दें।

 

कंपनियों और उद्योगों में निवेश करें जिनमें आपके अनुसार भविष्य की अच्छी संभावनाएं हैं।

 

सफल व्यापारियों से सीखें (Learn from Successful Traders):

 

सफल व्यापारियों की किताबें पढ़ें और उनके साक्षात्कार देखें।

उनकी रणनीतियों और मनोविज्ञान को समझने का प्रयास करें।

 

छोटे से शुरू करें और धीरे-धीरे बढ़ें (Start Small and Scale Up):

 

शुरुआत में कम मात्रा में ही ट्रेड करें।

 

जैसे-जैसे आपका अनुभव और ज्ञान बढ़ता है वैसे-वैसे अपने ट्रेडों का आकार बढ़ा सकते हैं।

 

निष्कर्ष:

 

ट्रेडिंग एक चुनौतीपूर्ण लेकिन फायदेमंद गतिविधि हो सकती है। इन ट्रेडिंग नियमों का पालन करके, आप सफल होने की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं।

 

याद रखें, सफलता की कोई गारंटी नहीं है, और आपको हमेशा अपना शोध करना चाहिए और किसी भी ट्रेडिंग निर्णय लेने से पहले पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।

 

 

a) स्टॉप लॉस (Stop loss)

 

 

स्टॉप लॉस ऑर्डर ‌(Stop-loss order) ट्रेडिंग में एक महत्वपूर्ण जोखिम प्रबंधन उपकरण है। यह एक ऐसा आदेश है जो आपके ब्रोकर को किसी

सुरक्षा को स्वचालित रूप से बेचने या खरीदने का निर्देश देता है, जब वह किसी विशिष्ट मूल्य स्तर पर पहुँच जाता है।

 

स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग क्यों किया जाता है?

 

स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग दो मुख्य कारणों से किया जाता है:

 

नुकसान को सीमित करना: आप एक स्टॉप-लॉस ऑर्डर को उस मूल्य से थोड़ा नीचे रख सकते हैं, जिस पर आपने खरीदा है (यदि आप लंबे हैं) इस तरह, यदि बाजार आपके खिलाफ जाता है, तो आपका स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रिगर हो जाएगा और आपका घाटा सीमित हो जाएगा।

 

लाभ सुरक्षित करना: आप एक स्टॉप-लॉस ऑर्डर को उस मूल्य से थोड़ा ऊपर रख सकते हैं, जिस पर आपने खरीदा है (यदि आप लंबे हैं) इस तरह, यदि बाजार आपके अनुकूल जाता है, तो आपका स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रिगर हो जाएगा और आपका लाभ सुरक्षित हो जाएगा।

 

उदाहरण:

 

मान लीजिए कि आपने ₹100 पर एक स्टॉक खरीदा है। आप यह नहीं चाहते कि उसका मूल्य ₹90 से नीचे जाए। तो आप एक स्टॉप-लॉस ऑर्डर ₹91 पर लगा सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर स्टॉक का मूल्य ₹91 से नीचे चला जाता है, तो आपका स्टॉप-लॉस ऑर्डर ट्रिगर हो जाएगा और आपका ब्रोकर स्वचालित रूप से स्टॉक बेच देगा। इससे आपका अधिकतम नुकसान ₹1 (₹100 - ₹91) तक सीमित हो जाएगा।

स्टॉप लॉस ऑर्डर के प्रकार:

 

मार्केट स्टॉप-लॉस ऑर्डर: यह सबसे आम प्रकार का स्टॉप-लॉस ऑर्डर है। यह आपके ब्रोकर को स्टॉप मूल्य तक पहुंचने पर उपलब्ध सर्वोत्तम मूल्य पर सुरक्षा बेचने या खरीदने का निर्देश देता है।

 

लिमिट स्टॉप-लॉस ऑर्डर: यह एक स्टॉप-लॉस ऑर्डर होता है जो केवल स्टॉप मूल्य को निर्दिष्ट करता है, बल्कि उस कीमत को भी निर्दिष्ट करता है जिस पर आप बेचना या खरीदना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, आप ₹100 पर एक स्टॉक खरीदते हैं और स्टॉप-लॉस ऑर्डर को ₹91 पर लगाते हैं, लेकिन यह भी कहते हैं कि आप ₹90 से कम में नहीं बेचना चाहते हैं। यदि स्टॉक का मूल्य ₹91 से नीचे चला जाता है, तो आपका ऑर्डर ट्रिगर नहीं होगा।

 

स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग करते समय महत्वपूर्ण बातें:

 

स्टॉप-लॉस ऑर्डर को बहुत पास लगाएं: यदि आप अपना स्टॉप-लॉस ऑर्डर वर्तमान बाजार मूल्य के बहुत पास लगाते हैं, तो यह सामान्य बाजार उतार-चढ़ाव के कारण ट्रिगर हो सकता है, भले ही बाजार वास्तव में आपके खिलाफ जा रहा हो।

 

स्टॉप-लॉस ऑर्डर को बहुत दूर लगाएं: यदि आप अपना स्टॉप-लॉस ऑर्डर वर्तमान बाजार मूल्य से बहुत दूर लगाते हैं, तो यह संभव है कि आपका ट्रेड कभी लाभदायक हो सके।

 

स्टॉप-लॉस ऑर्डर एक मूल्यवान जोखिम प्रबंधन उपकरण है, लेकिन यह एक संपूर्ण रणनीति नहीं है। आपको अभी भी अपना शोध करना चाहिए और किसी भी ट्रेडिंग निर्णय लेने से पहले सावधानी से विचार करना

 

चाहिए।

 

 

b) क्षमता के अनुसार ट्रेड लें. - (Trade according to capacity)

 

 

क्षमता के अनुसार ट्रेड करना (Trade according to capacity) का मतलब है कि आपको केवल उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाना चाहिए जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको अपने जीवन के लिए आवश्यक धन, आपातकालीन निधि या अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों के लिए आवश्यक धन को जोखिम में नहीं डालना चाहिए।

 

क्षमता के अनुसार ट्रेड करने के कई फायदे हैं:

 

यह आपको नुकसान से बचाता है: यदि आप केवल उतना ही पैसा ट्रेड करते हैं जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं, तो आप अपनी वित्तीय सुरक्षा को खतरे में नहीं डालेंगे।

 

यह आपको तनाव कम करता है: यदि आप जानते हैं कि आप केवल उतना ही पैसा खो सकते हैं जितना आप बर्दाश्त कर सकते हैं, तो आप कम तनाव महसूस करेंगे और बेहतर निर्णय ले पाएंगे।

 

यह आपको अधिक अनुशासित बनाता है: जब आप जानते हैं कि आप कितना पैसा खो सकते हैं, तो आप अधिक अनुशासित होंगे और अपनी ट्रेडिंग योजना का पालन करने की अधिक संभावना

 

होगी।

 

क्षमता के अनुसार ट्रेड करने के लिए कुछ सुझाव:

 

अपनी आय और खर्चों का मूल्यांकन करें: यह जानने के लिए कि आप ट्रेडिंग में कितना पैसा लगा सकते हैं, अपनी आय और खर्चों का मूल्यांकन करें।

 

एक बजट बनाएं: एक बजट बनाएं और तय करें कि आप ट्रेडिंग पर हर महीने कितना खर्च कर सकते हैं।

 

अपने आप को ट्रेडिंग के लिए एक अलग खाता खोलें: अपने दैनिक खर्चों के लिए उपयोग किए जाने वाले खाते से अलग ट्रेडिंग के लिए एक अलग खाता खोलें।

 

अपने नुकसान को सीमित करें: स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करके अपने नुकसान को सीमित करें।

 

अपने लाभों को नकद करें: जब आप लाभ कमाते हैं, तो कुछ लाभों को नकद करें और उन्हें अपने ट्रेडिंग खाते से बाहर निकाल लें।

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग में जोखिम शामिल है और आप पैसे खो सकते हैं। क्षमता के अनुसार ट्रेड करना आपको नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह गारंटी नहीं देता है कि आप पैसे कमाएंगे। ट्रेडिंग करने से पहले अपना शोध करें और केवल वही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं।

 

यहां कुछ अतिरिक्त संसाधन दिए गए हैं जो आपको क्षमता

के अनुसार ट्रेड करने में मदद कर सकते हैं:

 

Investopedia: https://www.investopedia.com/terms/p/positionsizing.asp

 

Babypips: https://www.babypips.com/learn/forex/calculating-position-sizes

 

Zerodha Varsity: https://zerodha.com/varsity/chapter/position-sizing/

 

 

 

c) ट्रेड दिखे तभी ट्रेड लें -

(Take the trade when you see the trade)

 

यह ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, जिसका अर्थ है कि आपको केवल तभी ट्रेड लेना चाहिए जब आपको बाजार में एक स्पष्ट और उच्च संभावना वाला अवसर दिखाई दे।

 

इसका मतलब है कि आपको भावनाओं या आवेगों के आधार पर ट्रेड नहीं करना चाहिए, और आपको केवल तभी ट्रेड लेना चाहिए जब आपके पास ठोस विश्लेषण और एक अच्छी ट्रेडिंग योजना हो।

यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि आपको ट्रेड दिखे तभी ट्रेड क्यों लेना चाहिए:

 

यह आपको नुकसान से बचाता है: यदि आप केवल तभी ट्रेड लेते हैं जब आपको बाजार में एक स्पष्ट अवसर दिखाई देता है, तो आप उन ट्रेडों से बचने की अधिक संभावना रखते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।

 

यह आपको अधिक लाभ कमाने में मदद करता है: यदि आप केवल तभी ट्रेड लेते हैं जब आपके पास उच्च संभावना वाले अवसर होते हैं, तो आपके लाभ कमाने की अधिक संभावना होती है।

 

यह आपको अनुशासित रखता है: ट्रेड दिखे तभी ट्रेड का सिद्धांत आपको अनुशासित रहने और अपनी ट्रेडिंग योजना का पालन करने में मदद करता है।

 

ट्रेड दिखे तभी ट्रेड लेने के लिए कुछ सुझाव:

 

अपना शोध करें: बाजार और आपके द्वारा ट्रेड किए जाने वाले उपकरणों के बारे में अपना शोध करें।

 

तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण का उपयोग करें: बाजार में अवसरों की पहचान करने के लिए तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण का उपयोग करें।

 

धैर्य रखें: बाजार में प्रवेश करने के लिए सही अवसर की प्रतीक्षा करने के लिए धैर्य रखें।

 

अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें: ट्रेडिंग करते समय अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीखें।

 

अपनी गलतियों से सीखें: यदि आप कोई गलती करते हैं, तो उनसे सीखें और भविष्य में उन्हें दोहराने से बचें।

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग में कोई गारंटी नहीं है, और आप पैसे खो सकते हैं। ट्रेड दिखे तभी ट्रेड का सिद्धांत आपको नुकसान से बचाने और अधिक लाभ कमाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह सफलता की गारंटी नहीं देता है। ट्रेडिंग करने से पहले अपना शोध करें, केवल वही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं, और एक अच्छी ट्रेडिंग योजना का पालन करें।

 

यहां कुछ अतिरिक्त संसाधन दिए गए हैं जो आपको ट्रेड दिखे तभी ट्रेड लेने में मदद कर सकते हैं:

 

Investopedia: https://www.investopedia.com/term-of-the-day-cd-ladder-7510752

 

Babypips: https://www.babypips.com/learn/forex/what-is-a-trading-plan

 

Zerodha Varsity: https://zerodha.com/varsity/chapter/introducing-innerworth-mind-over-markets/

 

d) ट्रेड की योजना तैयार करें -

 

(Create a trade plan)

 

ट्रेडिंग योजना एक दस्तावेज है जो यह रूपरेखा तैयार करता है कि आप किस प्रकार के ट्रेड लेंगे, आप उन्हें कैसे प्रबंधित करेंगे और आप अपने जोखिम को कैसे नियंत्रित करेंगे। यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो आपको अनुशासित रहने और भावनाओं के आधार पर ट्रेडिंग लेने से बचने में मदद कर सकता है।

 

एक अच्छी ट्रेडिंग योजना में निम्नलिखित शामिल होना चाहिए:

 

आपके ट्रेडिंग लक्ष्य: आप ट्रेडिंग से क्या हासिल करना चाहते हैं? क्या आप अल्पकालिक लाभ चाहते हैं, दीर्घकालिक पूंजी वृद्धि चाहते हैं, या आय उत्पन्न करना चाहते हैं?

 

आपकी जोखिम सहनशीलता: आप कितना पैसा खोने को तैयार हैं?

 

आपकी ट्रेडिंग रणनीति: आप किस प्रकार के ट्रेड लेंगे (जैसे, स्विंग ट्रेडिंग, डे ट्रेडिंग, स्केलिंग)? आप किस तकनीकी विश्लेषण या मौलिक विश्लेषण संकेतकों का उपयोग करेंगे?

 

आपकी प्रवेश और निकास रणनीति: आप ट्रेड में कब प्रवेश करेंगे और कब बाहर निकलेंगे?

 

आपकी जोखिम प्रबंधन रणनीति: आप अपने नुकसान को कैसे सीमित करेंगे? आप स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग कैसे करेंगे?

 

आपकी ट्रेडिंग भावना: आप अपनी भावनाओं को कैसे नियंत्रित करेंगे? आप डर और लालच को अपने ट्रेडिंग निर्णयों को प्रभावित करने से कैसे रोकेंगे?

 

ट्रेडिंग योजना बनाने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

 

अपने शोध करें: विभिन्न प्रकार के ट्रेडिंग, तकनीकी विश्लेषण और मौलिक विश्लेषण के बारे में जानें।

 

अपने लक्ष्यों को परिभाषित करें: तय करें कि आप ट्रेडिंग से क्या हासिल करना चाहते हैं।

 

अपनी जोखिम सहनशीलता का आकलन करें: तय करें कि आप कितना पैसा खोने को तैयार हैं।

 

एक रणनीति चुनें: तय करें कि आप किस प्रकार के ट्रेड लेंगे और आप किस विश्लेषण का उपयोग करेंगे।

 

अपने प्रवेश और निकास बिंदु निर्धारित करें: तय करें कि आप ट्रेड में कब प्रवेश करेंगे और कब बाहर निकलेंगे।

 

एक जोखिम प्रबंधन योजना बनाएं: तय करें कि आप अपने नुकसान को कैसे सीमित करेंगे।

 

अपनी योजना का परीक्षण करें: डेमो खाते पर अपनी योजना का परीक्षण करें।

 

अपनी योजना को समायोजित करें: आवश्यकतानुसार अपनी योजना को समायोजित करें।

 

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग योजना एक जीवित दस्तावेज है। बाजार की स्थिति और आपके अनुभव के अनुसार आपको इसे समय-समय पर समायोजित करने की आवश्यकता होगी।

 

यहां कुछ अतिरिक्त संसाधन दिए गए हैं जो आपको ट्रेडिंग योजना बनाने में मदद कर सकते हैं:

 

Babypips: https://www.babypips.com/learn/forex/what-is-a-trading-plan

 

 

e) गलत ट्रेड करना भी एक ट्रेड है -

(Not making a wrong trade is also a trade)

 

 

यह ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, जिसका अर्थ है कि कभी-कभी सबसे अच्छा ट्रेड वह होता है जो आप नहीं लेते हैं।

 

इसका मतलब है कि आपको हर संभावित ट्रेड को लेने की आवश्यकता नहीं है, और आपको केवल तभी ट्रेड लेना चाहिए जब आपके पास उच्च संभावना वाले अवसर और एक अच्छी ट्रेडिंग योजना हो।

 

यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि गलत ट्रेड करना भी एक ट्रेड क्यों है:

 

यह आपको नुकसान से बचाता है: यदि आप केवल तभी ट्रेड लेते हैं जब आपके पास उच्च संभावना वाले अवसर होते हैं, तो आपके नुकसान होने की संभावना कम होती है।

 

यह आपके पूंजी को संरक्षित करता है: जब आप ट्रेड नहीं करते हैं, तो आप अपनी पूंजी को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाते हैं।

 

यह आपको अनुशासित रखता है: गलत ट्रेड करने का सिद्धांत आपको अनुशासित रहने और अपनी ट्रेडिंग योजना का पालन करने में मदद करता है।

 

गलत ट्रेड करने के लिए कुछ सुझाव:

 

धैर्य रखें: बाजार में प्रवेश करने के लिए सही अवसर की प्रतीक्षा करने के लिए धैर्य रखें।

 

अपनी भावनाओं को नियंत्रित करें: ट्रेडिंग करते समय अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना सीखें।

 

अपनी ट्रेडिंग योजना का पालन करें: अपनी ट्रेडिंग योजना का सख्ती से पालन करें, भले ही आपको लगे कि आप एक अच्छा अवसर छोड़ रहे हैं।

 

नहीं कहना सीखें: हर संभावित ट्रेड को लेने के लिए बाध्य महसूस करें। यदि आपको कोई अच्छा अवसर नहीं दिख रहा है, तो ट्रेड

 

करें।

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग में कोई गारंटी नहीं है, और आप पैसे खो सकते हैं। गलत ट्रेड करने का सिद्धांत आपको नुकसान से बचाने और अधिक लाभ कमाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह सफलता की गारंटी नहीं देता है। ट्रेडिंग करने से पहले अपना शोध करें, केवल वही पैसा लगाएं जिसे आप खो सकते हैं, और एक अच्छी ट्रेडिंग योजना का पालन करें।

 

यहां कुछ अतिरिक्त संसाधन दिए गए हैं जो आपको गलत ट्रेड करने में मदद कर सकते हैं:

 

Investopedia: https://www.investopedia.com/terms/p/positionsizing.asp

 

Zerodha Varsity: https://zerodha.com/varsity/chapter/position-sizing/

 

 

 

भावनाओ के वश में कभी ट्रेड करें:-

 

यह ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, जिसका अर्थ है कि आपको कभी भी भावनाओं के आधार पर ट्रेड नहीं करना चाहिए।

 

इसमें डर, लालच, उत्साह, या निराशा जैसी भावनाएं शामिल हैं। जब आप भावनाओं के अधीन होते हैं, तो आप तर्कसंगत निर्णय लेने में सक्षम नहीं होते हैं और आप गलतियाँ करने की अधिक संभावना रखते हैं।

 

यहां कुछ कारण दिए गए हैं कि आपको भावनाओं के वश में ट्रेड नहीं करना चाहिए:

 

यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है: जब आप डर या लालच से प्रेरित होकर ट्रेड करते हैं, तो आप ऐसे ट्रेड लेने की अधिक संभावना रखते हैं जो आपको नुकसान पहुंचाते हैं।

 

यह आपको खराब निर्णय लेने के लिए प्रेरित कर सकता है: जब आप भावनाओं से अभिभूत होते हैं, तो आप स्पष्ट रूप से सोचने में सक्षम नहीं होते हैं और आप गलतियाँ करने की अधिक संभावना रखते हैं।

 

यह आपको तनावपूर्ण और चिंतित महसूस करा सकता है: ट्रेडिंग में भावनाओं को शामिल करना तनावपूर्ण और चिंतित महसूस कर सकता है।

 

भावनाओं के वश में ट्रेडिंग से बचने के लिए कुछ सुझाव:

 

अपनी भावनाओं को पहचानें: अपनी भावनाओं के बारे में जागरूक रहें और वे आपके ट्रेडिंग निर्णयों को कैसे प्रभावित कर सकती हैं।

 

एक ट्रेडिंग योजना बनाएं: एक ट्रेडिंग योजना बनाएं और उसका पालन करें, भले ही आप भावनाओं से अभिभूत हों।

भावनाओं के चरम पर ट्रेड करें: जब आप भावनाओं से अभिभूत हों, तो ट्रेड करें। शांत होने और तर्कसंगत निर्णय लेने के लिए कुछ समय निकालें।

 

अपनी गलतियों से सीखें: यदि आप भावनाओं के कारण गलतियाँ करते हैं, तो उनसे सीखें और भविष्य में उन्हें दोहराने से बचें।

 

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ट्रेडिंग एक व्यवसाय है, और किसी भी व्यवसाय की तरह, आपको भावनाओं से मुक्त रहकर तर्कसंगत निर्णय लेने की आवश्यकता है।

 

यदि आप भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो एक पेशेवर सलाहकार से मदद लेना उपयोगी हो सकता है।